प्रेसीडेन्ट तक का सफर -
.......
एकता , प्रिटी , संगीता कुछ येसी लड़कियां थी जिन्हें पढ़ाई से या केरिअर बनाने से कोई मतलब नही था , उन्हें केबल मौज मस्ती से मतलब था और उनके लिए निलेश सर बहुत बढ़िया टाइम पास थे , पता नही कौन किसका शोषण कर रहा था , उन लोगों के बीच पार्टी बाजी होती रह ती थी और कुछ एस एम एस भेजने का व्यवहार जो मैंने देखा था प्राय बहुत ही अशिष्ट एबम घटिया था, हमे ऐसी लड़किओं से मतलब नही ये उनका पर्सनल मैटर है । ये सारी भूमिका है जिसने मुझे प्रेसिडेंट शिप के लिए प्रपोज़ करने एबम जिताने में महत्त्वपूर्ण योगदान किया किया
उन दिनों हमारे कॉलेज का माहोल अन्य जगहों से भी बहुत अच्छा नही था , हमारा कॉलेज गर्ल्स कॉलेज था और अपबाद स्वरुप तीन मेल टीचर्स को छोड़ कर जेंट्स को आना अलाउड नही था , पर कॉलेज के बहार मजनुओं का डेरा जमने लगा था । हमारे एरिया के ऍम पी महोदय कॉलेज के प्रवन्धक बन बैठे थे और जब तब कॉलेज पधारने लगे थे , उनके साथ एक दो दर्जन गुर्गे जिन्होंने शायद कभी कॉलेज का मुह भी न देखा , हो लगे रहते थे , हम लड़किओं को इससे काफी अन camfart feel होता था । हम सभी इन हालातो को बदलना चाहते थे ।
फ्रेशर पार्टी हो , ब्यूटी कांटेस्ट हो , बोलिबोल , दौड़ या एथेलेटिक जेसे गेम हों जिनमे प्राय ढीले ढाले हाफ कपड़े पहिनने होते है और जिनमे लड़किओं का बहुत कुछ दिखने की संभाबना होती है, वहां भी ये एम पी महोदय चले आते थे और इस हरकत से हम लड़किओं को बहुत दिक्कत होती थी हमारा प्रदर्शन प्रभाबित होता था , चूँकि मैं शुरू से ही बोल्ड टाइप और हक़ के लिए लड़ने बाली लड़किओं में थी और मेरा स्ट्रोंग फ्रैंड सर्कल था इसलिए इन हालातों को बदलने के प्रौमिस के साथ लड़किओं ने मुझे स्टुडेंट यूनियन का इलेक्शन फाइट करने के लिए बहुत जादा फोर्स किया था .
कॉलेज का कॉमन रूम राजनैतिक दिस्कासों के लिए bahtar munch था , यहाँ collage के staf को enter करने की anumati नही थी , यहाँ लड़कियां खुल कर अपनी bate शेयर करती थी , उन का total labbo luab ये था की उन्हें colej में male teacher bardast नही थे adhikanse लड़कियां उन मेल टीचर्स से परेसान थी और कॉलेज में बदलाब की एक व्यार बह रही थी ।
...................................... क्रमशः ..................

मेरी यह रियल लाइफ स्टोरी आप लोगो को केसी लग रही है कृपया जरुर रेस्पोंसे भेजें । आपकी राय मेरे लिए अति महत्वपूर्ण है , आप के प्रश्न वाचक टिपण्णी सादर सप्रेम आमन्त्रित हैं मैं उनका यथा सम्भव उत्तर देने का प्रयत्न करुँगी । मेरा ई -मेल है - prnmgrwl@gmail.com
.......
एकता , प्रिटी , संगीता कुछ येसी लड़कियां थी जिन्हें पढ़ाई से या केरिअर बनाने से कोई मतलब नही था , उन्हें केबल मौज मस्ती से मतलब था और उनके लिए निलेश सर बहुत बढ़िया टाइम पास थे , पता नही कौन किसका शोषण कर रहा था , उन लोगों के बीच पार्टी बाजी होती रह ती थी और कुछ एस एम एस भेजने का व्यवहार जो मैंने देखा था प्राय बहुत ही अशिष्ट एबम घटिया था, हमे ऐसी लड़किओं से मतलब नही ये उनका पर्सनल मैटर है । ये सारी भूमिका है जिसने मुझे प्रेसिडेंट शिप के लिए प्रपोज़ करने एबम जिताने में महत्त्वपूर्ण योगदान किया किया
उन दिनों हमारे कॉलेज का माहोल अन्य जगहों से भी बहुत अच्छा नही था , हमारा कॉलेज गर्ल्स कॉलेज था और अपबाद स्वरुप तीन मेल टीचर्स को छोड़ कर जेंट्स को आना अलाउड नही था , पर कॉलेज के बहार मजनुओं का डेरा जमने लगा था । हमारे एरिया के ऍम पी महोदय कॉलेज के प्रवन्धक बन बैठे थे और जब तब कॉलेज पधारने लगे थे , उनके साथ एक दो दर्जन गुर्गे जिन्होंने शायद कभी कॉलेज का मुह भी न देखा , हो लगे रहते थे , हम लड़किओं को इससे काफी अन camfart feel होता था । हम सभी इन हालातो को बदलना चाहते थे ।
फ्रेशर पार्टी हो , ब्यूटी कांटेस्ट हो , बोलिबोल , दौड़ या एथेलेटिक जेसे गेम हों जिनमे प्राय ढीले ढाले हाफ कपड़े पहिनने होते है और जिनमे लड़किओं का बहुत कुछ दिखने की संभाबना होती है, वहां भी ये एम पी महोदय चले आते थे और इस हरकत से हम लड़किओं को बहुत दिक्कत होती थी हमारा प्रदर्शन प्रभाबित होता था , चूँकि मैं शुरू से ही बोल्ड टाइप और हक़ के लिए लड़ने बाली लड़किओं में थी और मेरा स्ट्रोंग फ्रैंड सर्कल था इसलिए इन हालातों को बदलने के प्रौमिस के साथ लड़किओं ने मुझे स्टुडेंट यूनियन का इलेक्शन फाइट करने के लिए बहुत जादा फोर्स किया था .
कॉलेज का कॉमन रूम राजनैतिक दिस्कासों के लिए bahtar munch था , यहाँ collage के staf को enter करने की anumati नही थी , यहाँ लड़कियां खुल कर अपनी bate शेयर करती थी , उन का total labbo luab ये था की उन्हें colej में male teacher bardast नही थे adhikanse लड़कियां उन मेल टीचर्स से परेसान थी और कॉलेज में बदलाब की एक व्यार बह रही थी ।
...................................... क्रमशः ..................

मेरी यह रियल लाइफ स्टोरी आप लोगो को केसी लग रही है कृपया जरुर रेस्पोंसे भेजें । आपकी राय मेरे लिए अति महत्वपूर्ण है , आप के प्रश्न वाचक टिपण्णी सादर सप्रेम आमन्त्रित हैं मैं उनका यथा सम्भव उत्तर देने का प्रयत्न करुँगी । मेरा ई -मेल है - prnmgrwl@gmail.com