शुक्रवार, 22 मई 2009

पूर्णिमा - अ स्माल बायोग्राफी पार्ट- 2

प्रेसीडेन्ट तक का सफर -

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एकता , प्रिटी , संगीता कुछ येसी लड़कियां थी जिन्हें पढ़ाई से या केरिअर बनाने से कोई मतलब नही था , उन्हें केबल मौज मस्ती से मतलब था और उनके लिए निलेश सर बहुत बढ़िया टाइम पास थे , पता नही कौन किसका शोषण कर रहा था , उन लोगों के बीच पार्टी बाजी होती रह ती थी और कुछ एस एम एस भेजने का व्यवहार जो मैंने देखा था प्राय बहुत ही अशिष्ट एबम घटिया था, हमे ऐसी लड़किओं से मतलब नही ये उनका पर्सनल मैटर है । ये सारी भूमिका है जिसने मुझे प्रेसिडेंट शिप के लिए प्रपोज़ करने एबम जिताने में महत्त्वपूर्ण योगदान किया किया

उन दिनों हमारे कॉलेज का माहोल अन्य जगहों से भी बहुत अच्छा नही था , हमारा कॉलेज गर्ल्स कॉलेज था और अपबाद स्वरुप तीन मेल टीचर्स को छोड़ कर जेंट्स को आना अलाउड नही था , पर कॉलेज के बहार मजनुओं का डेरा जमने लगा था । हमारे एरिया के ऍम पी महोदय कॉलेज के प्रवन्धक बन बैठे थे और जब तब कॉलेज पधारने लगे थे , उनके साथ एक दो दर्जन गुर्गे जिन्होंने शायद कभी कॉलेज का मुह भी न देखा , हो लगे रहते थे , हम लड़किओं को इससे काफी अन camfart feel होता था । हम सभी इन हालातो को बदलना चाहते थे ।

फ्रेशर पार्टी हो , ब्यूटी कांटेस्ट हो , बोलिबोल , दौड़ या एथेलेटिक जेसे गेम हों जिनमे प्राय ढीले ढाले हाफ कपड़े पहिनने होते है और जिनमे लड़किओं का बहुत कुछ दिखने की संभाबना होती है, वहां भी ये एम पी महोदय चले आते थे और इस हरकत से हम लड़किओं को बहुत दिक्कत होती थी हमारा प्रदर्शन प्रभाबित होता था , चूँकि मैं शुरू से ही बोल्ड टाइप और हक़ के लिए लड़ने बाली लड़किओं में थी और मेरा स्ट्रोंग फ्रैंड सर्कल था इसलिए इन हालातों को बदलने के प्रौमिस के साथ लड़किओं ने मुझे स्टुडेंट यूनियन का इलेक्शन फाइट करने के लिए बहुत जादा फोर्स किया था .

कॉलेज का कॉमन रूम राजनैतिक दिस्कासों के लिए bahtar munch था , यहाँ collage के staf को enter करने की anumati नही थी , यहाँ लड़कियां खुल कर अपनी bate शेयर करती थी , उन का total labbo luab ये था की उन्हें colej में male teacher bardast नही थे adhikanse लड़कियां उन मेल टीचर्स से परेसान थी और कॉलेज में बदलाब की एक व्यार बह रही थी ।


...................................... क्रमशः ..................



मेरी यह रियल लाइफ स्टोरी आप लोगो को केसी लग रही है कृपया जरुर रेस्पोंसे भेजें । आपकी राय मेरे लिए अति महत्वपूर्ण है , आप के प्रश्न वाचक टिपण्णी सादर सप्रेम आमन्त्रित हैं मैं उनका यथा सम्भव उत्तर देने का प्रयत्न करुँगी । मेरा ई -मेल है - prnmgrwl@gmail.com







गुरुवार, 21 मई 2009

पूर्णिमा - अ स्माल बायोग्राफी पार्ट- १

प्रेसीडेन्ट तक का सफर -
चार साल पुरानी बात है , उस समय मैं बी एस सी -थर्ड की स्टुडेंट थी ।
हमारे collage में निलेश सर केमिस्ट्री के लिए adhoc पर टीचिंग के लिए आए थे , वह हमारी प्रिस्पल मेम के सपुत्र थे , उम्र होगी करीव ३०-३५ । उनकी आँख में सूअर का बाल था । यह उपाधि उन पुरषों को दी जाती है जो लड़कियों को गन्दी निगाह से देखते हैं , उनके दिमाग में शैतानी kidha कुल बुलाता रहता है , यह इतने डरपोंक और भोंदू होते हैं की लड़किओं से खुलकर फ्लर्ट नही कर सकते क्यूँ की इन्हे अपने आस पास के समाज का डर होता है और इनकी तमाम हसरते दिल में दबी रहती हैं ।
तब यह करते क्या हैं ??????????????
लड्कीयों का सेक्सुअल हेर्रेसेमेन्ट तथा उनके साथ छेढ़ छाद करके ये अपनी कुत्सित बासना को तृप्त करना चाहते हैं ।
प्रैक्टिकल लैब मे बहाने से लड़कियों से sat कर खड़े हो जाना , उन्हें sudact करना , उन्हें tuch करने की kosis करना , उनसे बे fajul baten करना , और किसी बहाने उनके boobs , hipps या vegina पर हाथ फेर देना ।
आप के नजरिये से एसे व्यक्ति को क्या कहना चाहिए - पाजी, हरामी , कमीना, या कुछ और तो आप मुझे जरुर बताइए ।
वैसे एसे कमीने इन्सान की हौंसला अफजाई मैं कुछ छेल - छबीली लड़कियां भी बराबर की जिम्मेबार हैं , ये कुछ जायदा ही चुन चपतहप्त करने लगती हैं जिससे भुगतना पढता है सिंसिअर लड़किओं को

क्रमशः ...................................



ओशो टॉक

जिन्दगी को यदि आनंद के साथ जीना है तो मृत्यु का मर्म समझना होगा

मेन फोर्स कंडोम

मेन फोर्स कंडोम की विज्ञापन पॉलिसी सफल है , इसने लड़किओं की बात - चीत के बीच अच्छी जगह बना ली है , गुड जोव

बराक ओबामा

लड़किओं में बराक ओबामा की छबी फैशन परस्त , स्टायल आई कन की है ।
अब उनकी पत्नी मिसेल को भी सेक्स्येस्ट महिलों के एक सर्बे में ९५ नम्बर पैर रखा गया है ।
ब्रिटेन की विश्व प्रशिद्ध पत्रिका मेक्सिम जो की महिलाओं, खिलाड़ियों, मोडल्स की नग्न अर्ध नग्न तस्वीर छापने को कुख्यात है , अब राज नीते में भी दखल देने की हिमाकत करने लगी है ।
पता नही मिसेल इस सर्वे से दुखी हैं अथबा खुश ।

गंजे लड़के -----------

गंजे लड़के लड़किओं को कम पसंद होते हैं , क्यों --- ये बहस की बात नहीं ।
केरियर बनने के टेंसन में , प्रदूषण के कारण या ग़लत आदतों जैसे स्मोकिंग या आबरागर्दी के कारण लड़कों में बाल सफ़ेद होना या गंजापन बहुत पाया जा रहा है । विशेषतः हॉस्टल में रहने बाले लड़कों में बालों की ये समस्या बहुत पी जा रही है ।
इससे प्रोटेक्शन के लिए ये उपाय अपनाय जा सकते हैं---
१- साबुन या हेयर oil yesa जो सबसे जायदा शूट करता है केबल बही प्रयोग करे और बार बार बदले नहीं ।
२- कुछ समय के लिए बाल बहुत छोटे कटा ले , मिलिट्री कट या गजनी स्टायल अच्छा रहेगा ।
३- हर्बल शईम्पू ६-७ दिन में एक बार प्रयोग करें और ब्रांड न बदलें ।
४- स्विमिंग पुल के पानी का खारापन एवं क्लोरीन बालों को बेन्तिहा नुकसान पहुंचाता है अतः उससे बचने के लिए स्विमिंग से पहले बालों को फिल्टर के पानी से भलीभांति भिगोदें ।
५- ओलिव आयल , शहद , नीबू , व तिल के तेल का मिश्रण बनाकर उससे नहाने से पहेले सर की अच्छी तरह मालिश करें ।
६- एक स्पून सिरका, एक स्पून शहद , एक अंडे का पेस्ट बना कर बालों की अच्छी तरह मालिश करके गरम तोलिये से १० मिनिट सिकाई करे उसके बाद शेम्पू करें ।
७- चाय के पानी में नीबू मिलकर शेम्पू के दौरान बालों में लगाने से उनमें चमक आती है ।

८-बियर में नीबू मिलाकर बालों में लगाने से भी बालों की खूब सुरती बढ़ te है ।
इस सब के bad हar लड़की आप को kahegi mistar कूल

गंजा लड़का -------